Retirement Age Hike 2025: राज्य सरकार ने एक अहम निर्णय लिया है जो मेडिकल कॉलेजों के प्रोफेसरों और डॉक्टरों के लिए खुशी का कारण बन गया है।
राज्य सरकार ने रिटायरमेंट की आयु में 3 साल की वृद्धि की घोषणा की है, जिससे ये कर्मचारी अब 65 साल तक अपने कार्यकाल को बढ़ा सकते हैं।
इस निर्णय से कुल 41 प्रोफेसरों और कई डॉक्टरों को लाभ मिलेगा, जिनका करियर अब और लंबा हो सकेगा।
पंजाब की भगवंत मान सरकार ने अपने चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में राज्य सरकार ने मेडिकल कॉलेजों के प्रोफेसरों और विशेषज्ञ डॉक्टरों के रिटायरमेंट की आयु में 3 वर्ष की वृद्धि की है।
अब ये कर्मचारी 62 की बजाय 65 साल की उम्र तक अपनी सेवाएं दे सकते हैं। इस फैसले का लाभ 41 मेडिकल कॉलेज प्रोफेसरों और डॉक्टरों को मिलेगा, जो अब अपने कार्यकाल को 65 साल तक बढ़ा सकते हैं।
रिटायरमेंट आयु में वृद्धि
पंजाब सरकार के इस फैसले से एमबीबीएस और एमडी छात्रों को पढ़ाने वाले प्रोफेसरों की सेवानिवृत्ति आयु 62 से बढ़कर 65 साल हो गई है। इस बदलाव का फायदा 41 प्रोफेसरों को होगा, जो अब अपनी सेवाएं 3 साल और जारी रख सकेंगे।
यह निर्णय स्वास्थ्य क्षेत्र में काम कर रहे डॉक्टरों के लिए भी अहम है। अब मेडिकल ऑफिसर यानी स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की रिटायरमेंट उम्र को 58 से बढ़ाकर 65 साल कर दिया गया है।
स्पेशलिस्ट डॉक्टरों के लिए 7 साल का एक्सटेंशन
कैबिनेट ने यह भी घोषणा की है कि 58 वर्ष की आयु में रिटायर होने वाले स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को 7 साल का एक्सटेंशन दिया जाएगा। इसका मतलब यह है कि इन डॉक्टरों को 65 साल तक कार्य करने का मौका मिलेगा।
वे अपनी सेवा को कॉन्ट्रैक्ट पर जारी रख सकते हैं, और उनका वेतन भी उनके अंतिम वेतन के आधार पर तय किया जाएगा।
पंजाब लॉ ऑफिसर्स एक्ट में संशोधन
कैबिनेट बैठक में एक और महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। पंजाब लॉ ऑफिसर्स (एंगेजमेंट) एक्ट, 2017 में संशोधन के लिए अध्यादेश को मंजूरी दी गई।
इस संशोधन का उद्देश्य अनुसूचित जाति समुदाय के उम्मीदवारों को पंजाब के एजी कार्यालय में संविदा पर नियुक्ति के लिए आय मानदंडों में छूट देना है।
इसके तहत 58 पदों पर आरक्षण लागू होगा, जिनमें सीनियर एडवोकेट जनरल से लेकर एडवोकेट जनरल तक के पद शामिल हैं।