Contract Employee News: छत्तीसगढ़ के धमतरी नगर निगम में एक चौंकाने वाला प्रशासनिक फैसला लिया गया है। वर्षों से सेवा दे रहे 19 प्लेसमेंट कर्मचारियों को अचानक नौकरी से निकाल दिया गया।
इनमें कुछ कर्मचारी ऐसे भी हैं जो 10 से 15 साल से नगर निगम में कार्यरत थे। अचानक मिली इस सजा से कर्मचारियों में नाराज़गी है और अब वे अपने हक के लिए सड़क पर उतरने की तैयारी में हैं। आइए जानते हैं पूरा मामला।
19 कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त
धमतरी नगर निगम ने एक बड़ा कदम उठाते हुए 19 प्लेसमेंट कर्मचारियों (Contract Workers Terminated) को अचानक सेवा से बाहर कर दिया। यह फैसला निगम प्रशासन द्वारा मिली लगातार शिकायतों के आधार पर लिया गया।
इन हटाए गए कर्मचारियों में सफाईकर्मी, कंप्यूटर ऑपरेटर, राजस्व शाखा में कार्यरत कर्मचारी (Municipal Corporation Staff Removed) शामिल हैं। कुछ कर्मचारी पिछले 10 से 15 वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहे थे।
निगम में पहली बार हुआ बड़ा फैसला
धमतरी (Dhamtari) नगर निगम ने पहली बार इतनी बड़ी संख्या में कर्मचारियों को सेवा से बाहर किया है। हटाए गए 19 प्लेसमेंट कर्मचारियों में जल विभाग समेत अन्य विभागों के कर्मचारी शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद निगम प्रशासन ने बड़ी सर्जरी करते हुए इन कर्मचारियों को हटाने का फैसला लिया।
कार्रवाई से सदमे में कर्मचारी
कुछ कर्मचारियों ने निगम में 15 वर्षों तक कार्य किया, तो कुछ ने 10 साल से अधिक समय तक सेवाएं दीं। अचानक निकाले जाने पर वे मानसिक तनाव में हैं और अपनी रोज़ी-रोटी को लेकर चिंतित हैं।
इन कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें हटाने से पहले कोई चेतावनी नहीं दी गई और ना ही काम में लापरवाही का ठोस प्रमाण दिया गया।
इन विभागों से हटाए गए कर्मचारी
निगम प्रशासन द्वारा हटाए गए कर्मचारियों की सूची इस प्रकार है:
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जल विभाग: 2 कर्मचारी
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स्वास्थ्य विभाग: 5 कर्मचारी
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स्वच्छता कमांडो: 5 कर्मचारी
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भवन अनुज्ञा शाखा: 2 कर्मचारी
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अंडर-30 प्लेसमेंट कर्मचारी: 5 कर्मचारी
इस पूरी प्रक्रिया ने निगम के कर्मचारियों में भय और असुरक्षा की भावना भर दी है।
अधिकारियों पर लगाए गए मनमानी के आरोप
हटाए गए कर्मचारियों का कहना है कि नगर निगम अधिकारियों ने बिना ठोस कारण के उन्हें हटाया है। कर्मचारियों ने निगम अधिकारियों से गुहार भी लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
प्लेसमेंट कर्मचारी संघ (Placement Workers Organization) के जिला अध्यक्ष ने बताया कि हटाने का कोई वैध कारण नहीं बताया गया है। कर्मचारियों का आरोप है कि ये कार्रवाई व्यक्तिगत द्वेष के चलते की गई है।
आंदोलन की चेतावनी, प्रदर्शन की तैयारी
निगम प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद अब हटाए गए कर्मचारी आंदोलन की राह पर हैं। वे नगर निगम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं।
इनका कहना है कि यदि उन्हें फिर से बहाल नहीं किया गया, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। ऐसे में यह मामला अब राजनीतिक रंग भी ले सकता है।