Contract Employee: संविदा कर्मचारियों के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है। छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने अपने ताजा फैसले में कहा है कि जब तक नियमित भर्ती नहीं हो जाती, तब तक संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों को सेवा से हटाया नहीं जा सकता।
यह आदेश प्रदेश में संविदा पर काम कर रहे हजारों युवाओं के लिए बड़ी उम्मीद लेकर आया है।
बता दें कि बिलासपुर हाई कोर्ट ने अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज के डीन के उस आदेश पर रोक लगा दी है जिसमें कुछ संविदा कर्मियों की सेवा वृद्धि को निरस्त किया गया था।
कोर्ट का कहना है कि जब तक स्थायी नियुक्ति नहीं होती, तब तक संविदा कर्मियों की सेवा समाप्त नहीं की जा सकती। यह फैसला हजारों अस्थायी कर्मियों के लिए उम्मीद की नई किरण बनकर आया है।
हाई कोर्ट का बड़ा फैसला
बिलासपुर हाई कोर्ट ने कहा है कि जब तक स्थायी नियुक्तियां नहीं होतीं, तब तक संविदा कर्मचारियों को नहीं हटाया जा सकता।
इस आदेश से अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज के डीन के उस फैसले पर रोक लग गई है जिसमें कुछ कर्मियों की सेवाएं अचानक समाप्त कर दी गई थीं।
क्या है पूरा मामला?
अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज (Ambikapur Medical College) ने वर्ष 2020 में वायरोलॉजी लैब के लिए कई पदों पर संविदा नियुक्ति की थी जैसे सीनियर साइंटिस्ट, जूनियर साइंटिस्ट, लैब टेक्नीशियन, डाटा एंट्री ऑपरेटर (Data Entry Operator Jobs), लैब अटेंडेंट और स्वीपर।
शिव कुमार, हंसा लिंगम समेत कई उम्मीदवारों को चयनित कर नियमित रूप से सेवा विस्तार दिया जा रहा था।
अचानक रद्द कर दिया गया सेवा विस्तार
2 अप्रैल 2025 को इन कर्मचारियों की सेवा को 31 मार्च 2026 तक बढ़ा दिया गया था। लेकिन सिर्फ एक दिन बाद 3 अप्रैल को कॉलेज डीन ने यह आदेश वापस ले लिया और सेवा वृद्धि को “अपरिहार्य कारणों” से रद्द कर दिया। इससे प्रभावित कर्मचारी हाई कोर्ट पहुंचे और आदेश को चुनौती दी।
कोर्ट में क्या हुआ?
शिव कुमार और अन्य डाटा एंट्री ऑपरेटरों की ओर से अधिवक्ता मतीन सिद्दीकी और नरेंद्र मेहेर ने कोर्ट में दलील दी कि वायरोलॉजी लैब की स्थापना कोविड के समय हुई थी और अभी तक नियमित भर्ती नहीं हुई है।
इस दौरान पुराने कर्मियों को हटाना नियमों के खिलाफ है (Employment Rules)। कोर्ट ने यह तर्क मानते हुए डीन के आदेश पर रोक लगा दी।
कौन-कौन हैं प्रभावित कर्मचारी?
इन पदों में लैब अटेंडेंट (Lab Attendant) और टेक्नीशियन जैसे कर्मियों में छबिलाल प्रधान, अरुण कुमार, आदित्य सिंह, सुंदर राम, हुकुम, विवेक चौहान, अनमोल, आर्यमान, अंकित राम, शिवानी, वैशाली, कमला, अजय कुमार, सुशील सिंह और नीलावती शामिल हैं।