ATM Card Insurance: आमतौर पर हमारे पास एटीएम (ATM Card) या डेबिट कार्ड जरूर होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस कार्ड के साथ 10 लाख रुपये तक का फ्री इंश्योरेंस भी मिलता है?
जी हां, आप सही सुन रहे हैं। एटीएम कार्ड का उपयोग करने वाले लोग एक विशेष इंश्योरेंस कवर के हकदार होते हैं, जिसमें दुर्घटना बीमा और जीवन बीमा शामिल होता है।
यह सुविधा आपको बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के मिलती है, यानी आपको इसके लिए कोई प्रीमियम नहीं भरना पड़ता।
आजकल हर किसी के पास एटीएम कार्ड या डेबिट कार्ड होता है। हालांकि, कई लोग इसके साथ मिलने वाले फायदों से अनजान होते हैं।
आइए जानते हैं इस सुविधा के बारे में और कैसे आप इसका लाभ उठा सकते हैं।
क्या है ATM कार्ड इंश्योरेंस?
बैंकों द्वारा जारी किए गए एटीएम या डेबिट कार्ड के साथ एक्सीडेंटल बीमा और जीवन बीमा का कवर मिलता है।
यह कवर कार्ड जारी होते ही एक्टिव हो जाता है, और इसके लिए आपको कोई अतिरिक्त कागजात या प्रीमियम भरने की आवश्यकता नहीं होती।
आपको यह बीमा कवर तभी मिलता है जब आप अपने एटीएम कार्ड से 45 दिनों के भीतर कोई ट्रांजैक्शन कर चुके हों।
क्यों जरूरी है यह जानकारी?
प्रधानमंत्री जन-धन योजना (Pradhan Mantri Jan Dhan Yojana) और रूपे कार्ड (RuPay Card) के बाद, एटीएम कार्ड का उपयोग बड़े पैमाने पर बढ़ा है।
एटीएम कार्ड न केवल कैशलेस ट्रांजैक्शन को आसान बनाता है, बल्कि इसके जरिए कई तरह की सुविधाएं भी उपलब्ध होती हैं।
एक ऐसी ही सुविधा है मुफ्त बीमा कवर, जिसका लाभ बहुत से लोग जानकारी के अभाव में नहीं उठा पाते।
कितनी राशि का मिलता है बीमा कवर?
सभी बैंकों के एटीएम कार्ड धारकों को दुर्घटना बीमा और जीवन बीमा की सुविधा दी जाती है। बीमा की राशि कार्ड के प्रकार पर निर्भर करती है। उदाहरण के लिए:
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) अपने गोल्ड कार्ड धारकों को 4 लाख रुपये तक का एक्सीडेंटल बीमा (डेथ ऑन एयर), और 2 लाख रुपये (नॉन-एयर) का कवर प्रदान करता है।
- प्रीमियम कार्ड होल्डर्स को 10 लाख रुपये (डेथ ऑन एयर) और 5 लाख रुपये (नॉन-एयर) का कवर मिलता है।
- HDFC, ICICI, Kotak Mahindra जैसे अन्य बैंक भी अपने डेबिट कार्ड धारकों को अलग-अलग राशि के इंश्योरेंस कवर उपलब्ध कराते हैं, जो कुछ मामलों में 3 करोड़ रुपये तक हो सकता है।
कैसे करें इंश्योरेंस क्लेम?
इंश्योरेंस का क्लेम तभी किया जा सकता है जब आपके डेबिट कार्ड का उपयोग एक निश्चित समय सीमा के भीतर हुआ हो।
अधिकतर बैंकों के नियम के अनुसार, इंश्योरेंस कवर एक्टिवेट करने के लिए आपको 30 से 90 दिनों के भीतर कम से कम एक बार अपने कार्ड से ट्रांजैक्शन करना होता है।
अगर आप यह शर्त पूरी नहीं करते, तो इंश्योरेंस कवर आपके लिए एक्टिव नहीं होगा।
इंश्योरेंस क्लेम करने का प्रोसेस
- घटना की रिपोर्ट दर्ज करें: दुर्घटना के तुरंत बाद अपने बैंक शाखा को सूचित करें और घटना की रिपोर्ट दर्ज करें।
- आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें: दुर्घटना या मृत्यु की स्थिति में बीमा क्लेम करने के लिए आवश्यक दस्तावेज़ जैसे पुलिस रिपोर्ट, अस्पताल के बिल, मृत्यु प्रमाण पत्र (यदि लागू हो) बैंक में जमा करें।
- क्लेम फॉर्म भरें: बैंक द्वारा दिए गए बीमा क्लेम फॉर्म को सही ढंग से भरें और इसे संबंधित बैंक शाखा में जमा करें।